एक घंटा पहले
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सिंगर कुमार सानू ने हाल ही में बॉलीवुड इंडस्ट्री के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में जितने भी सिंगर हैं, वो सभी बहुत सफल हैं। लेकिन यहां लीड एक्टर्स की कमी है। सानू ने कहा- ‘अब एक्टर्स तय करते हैं कि फिल्म में कौन गाना गाएगा या उनके लिए प्लेबैक सिंगिंग कौन करेगा?’ इंडस्ट्री में चल रही प्रॉब्लम के बारे में बात करते हुए सानू ने बताया कि वो ऐसी चीजों से परेशान हो चुके हैं।

कुमार सानू के नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज हैं, उन्होंने एक दिन में 28 गाने गाए थे।
इंडस्ट्री में अच्छे कंपोजिशन, गानों और एक्टर्स की कमी
दरअसल, ईटाइम्स के दिए इंटरव्यू में कुमार सानू से सवाल किया गया कि क्या वो इंडस्ट्री में कामकाज को कुछ भी ठीक करना चाहेंगे। इसपर उन्होंने कहा- इंडस्ट्री में अच्छी कंपोजीशन, गानों और अच्छे एक्टर्स की कमी है। इंडस्ट्री के गायक टैलेंटेड हैं, लेकिन उनके टैलेंट को अच्छी तरह से इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।’
पावर हमेशा परफेक्ट लोगों के पास होनी चाहिए
हमारी जनरेशन भाग्यशाली थी कि हमारे पास सभी चीजें थीं। अगर हमारे म्यूजिक डायरेक्टर्स आज वेस्टर्न शैली की ओर कम ध्यान देने के बजाए भारतीय संगीत संस्कृति पर ज्यादा ध्यान देते हैं, तो हम खुद को बेहतर बना सकेंगे। पावर हमेशा परफेक्ट लोगों के पास होनी चाहिए। आज एक्टर्स तय कर रहे हैं कि कौन सा सिंगर उनके लिए प्लेबैक करेगा और हमें इस तरह से दखलंदाजी से छुटकारा पाना चाहिए।

कुमार सानू का असल नाम केदारनाथ भट्टाचार्य है, हालांकि बाद में उन्होंने यह नाम बदल लिया।
आज म्यूजिक सेकेंडरी हो गया है, जो कभी जरूरी हुआ करता था
उन्होंने आगे कहा- ‘आज म्यूजिक सेकेंडरी हो गया है, जबकि यह किसी समय सबसे जरूरी हुआ करता था। आजकल फिल्म मेकर्स में फिल्म मेकिंग को लेकर इतना ज्यादा ओवरकॉन्फिडेंस है कि वो कई बार अच्छे गानों को रखने के बारे में सोचते भी नहीं। यही वजह है कि हमारी इंडस्ट्री को नुकसान हो रहा है।’
पॉलिटिक्स से परेशान अरमान मलिक ने छोड़ी बॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्री
कुमार सानू से पहले सिंगर अरमान मलिक ने भी बॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्री में चल रही पॉलिटिक्स पर बात की थी। उन्होंने बताया था कि सिंगर्स को फिल्मों में गाने के लिए फीस नहीं दी जाती है। मेकर्स को लगता है कि अगर गाना हिट होता है, तो लाइव शो के जरिए कमाई करेंगे। अरमान ने बताया कि कई बार उन्हें आखिरी मौके पर गानों से हटाया है, जिसका असर उन पर गहरा पड़ा है। इस तरह की पॉलिटिक्स से परेशान होकर अरमान ने बॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्री छोड़ने का फैसला लिया है। पूरी खबर पढ़े

सिंगर अरमान मलिक ने भी कुछ समय पहले इंडस्ट्री में चल रही पॉलिटिक्स के बारे में बात की थी।
80-90 के दशक के डिमांडिंग सिंगर रह चुके हैं कुमार सानू
कुमार सानू ने 80 और 90 के दशक में बॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्री पर राज किया है। सिंगर ने 1984 में केदारनाथ भट्टाचार्य के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। हालांकि, संगीतकार जोड़ी कल्याणजी आनंदजी के कहने पर सिंगर ने अपना नाम बदलकर कुमार सानू कर लिया। 1986 में बांग्लादेशी फिल्म तीन कन्या के लिए उन्होंने गाना गाया। इसके बाद 1988 में हीरो हीरालाल के साथ उन्होंने बॉलीवुड में शुरुआत की। सानू जल्द ही बॉलीवुड में सबसे ज्यादा डिमांडिंग सिंगर्स में से एक बन गए। उन्होंने आशिकी, साजन, दीवाना, बाजीगर और 1943: ए लव स्टोरी जैसी फिल्मों के अल्बम में अपनी आवाज दी है। वहीं 2015 में आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘दम लगा के हईशा के साथ उन्होंने अपना कमबैक किया।