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हाइलाइट्स
गूगल ने लोन ऐप्स को लेकर अपनी पॉलिसी में बदलाव किया है.
लोन देने का दावा करने वाले ऐप्स को अब कड़े नियमों का पालन करना होगा.
RBI के लाइसेंस का सबूत देना जरूरी है.
नई दिल्ली. ‘बिना किसी फॉर्मैलिटी के, बिना किसी डॉक्यूमेंट के बस एक क्लिक पर पाएं पांच लाख का लोन.’ इस तरह का वादा करने वाले कई लोन ऐप्स के ऐड्स सोशल मीडिया और ऑनलाइन गेम्स खेलते हुए खूब देखने को मिलते हैं. पर ऐप्स कम इंटरेस्ट में लोन का लालच देकर आपके फोन में घुसते हैं और फिर आपसे ज़रूरी डिटेल्स लेकर फोन की सुरक्षा में सेंध लगाते हैं और फिर करने लगते हैं ब्लैकमेल. ये ऐप यूजर्स के डेटा को वल्नरेबल बनाते हैं और
गूगल ने ऐसे ऐप्स पर पाबंदी लगाने का फैसला किया है जो फाइनेंशियल सर्विस और प्रोडक्ट्स ऑफर करने के फर्जी दावे करते हैं. कंपनी ने इसके लिए नई पॉलिसी लागू की है. कंपनी ने कहा, “ये पॉलिसी उन ऐप्स पर अप्लाई होगी जो सीधे लोन देते हैं या फिर थर्ड पार्टी लेंडर से कनेक्ट करने का दावा करते हैं.”
किस-किस तरह के ऐप्स पर रिस्ट्रिक्शन लगाया है गूगल ने
गूगल ने अलग-अलग तरह के ऐप्स को कैटेगराइज़ किया है और कैटेगिरी के हिसाब से ऐप्स को रिस्ट्रिक्ट किया है. नई पॉलिसी के मुताबिक, बाइनरी ऑप्शंस देने वाले ऐप्स को रिस्ट्रिक्ट किया गया है. इसके साथ ही क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग करने वाले ऐप्स पर भी बैन लगाया गया है. वहीं पर्सनल लोन देने वाले ऐप्स के लिए फोन का स्टोरेज एक्सेस, गैलरी एक्सेस, कॉन्टैक्ट एक्सेस, लोकेशन एक्सेस, फोन नंबर और मीडिया वीडियो एक्सेस करने की परमिशन को रिस्ट्रिक्ट कर दिया गया है.
लोन ऑफर करने वाले ऐप्स के लिए गूगल ने नियम कड़े कर दिए हैं.
गूगल ने पर्सनल लोन ऑफर करने वाले ऐप्स से कहा है कि वो अपना पूरा डिक्लरेशन देंगे और अपने डिक्लरेशनको सपोर्ट करने के लिए ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स भी देने होंगे. कंपनी को ये डिक्लेरेशन भी देना होगा कि पर्सनल लोन देने के लिए उसके पास RBI का लाइसेंस है और लाइसेंस की कॉपी रिव्यू के लिए जमा करनी होगी. गूगल की पॉलिसी में लिखा है, “अगर आप सीधे लोन ऑफर नहीं करते हैं और लोन देने वाले बैंक्स और NBFC के लिए प्लैटफॉर्म का काम करते हैं तो आपको अपनी डिक्लरेशन में इसे साफ-साफ लिखना होगा.”
2022 में गूगल ने 3500 ऐप्स हटाए थे
गूगल ने 2022 में 3500 ऐसे ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटाया था जो लोन देने के नाम पर ठगी कर रहे थे. गूगल ने जानकारी दी थी कि इन ऐप्स ने लगभग 16 हजार 350 करोड़ की ठगी की थी. इसके साथ ही गूगल ने कई ऐसे ऐप्स को स्टोर से हटाया था जो नियमों का पालन नहीं कर रहे थे. लोन देने वाले ऐप्स यूजर्स को कम इंटरेस्ट पर लोन देने का दावा करते थे, ऐप्स को ठग विज्ञापनों की मदद से प्रचारित करते थे. यूजर्स के ऐप डाउनलोड करने के बाद फॉर्मैलिटीज़ या फोटो अपलोड करने के नाम पर ऐप्स गैलरी, कॉन्टैक्ट्स और लोकेशन का एक्सेस ले लेते थे. इसके बाद फोन की तस्वीरों का गलत इस्तेमाल करके ये ऐप्स यूजर्स को ब्लैकमेल करते और उनसे पैसों की उगाही करते. बीते कुछ सालों में इस तरह की ठगी के कई मामले सामने आए हैं.
इस तरह की ठगी से बचने के लिए ज़रूरी है कि लोन की ज़रूरत पड़ने पर यूजर्स अपने भरोसे के बैंक में जाकर लोन के लिए अप्लाई करें. इन बैंकों को RBI गवर्न करता है और बैंक RBI के नियमों के हिसाब से ही लोन पर इंटरेस्ट लेते हैं.
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Tags: Bank Loan, Loan, Loan moratorium
FIRST PUBLISHED : June 01, 2023, 17:38 IST
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