12 घंटे पहले
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ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन तमिलनाडु में मोबाइल कंपोनेंट प्लांट लगाएगी। इसके लिए ताइवान की होन हई टेक्नोलॉजी ग्रुप (फॉक्सकॉन) ने राज्य सरकार के साथ एक लेटर ऑफ इंटेट (LOL) साइन किया है।
राज्य के उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को डील की रिपोर्ट सामने आने के बाद इसकी ऑफिशियली घोषणा की। इस प्लांट को कांचीपुरम जिले के श्रीपेरंबुदूर में फॉक्सकॉन की मौजूदा आईफोन प्लांट के पास ही 1,600 करोड़ रुपए की लागत से लगाया जाएगा।

डील को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने फॉक्सकॉन के चेयरमैन और CEO यंग लियू से मुलाकात की।
इस मौके पर राज्य के उद्योग मंत्री टीआरबी राजा, मुख्यसचिव शिव दास मीना, अतिरिक्त मुख्यसचिव (उद्योग) एस कृष्णन, गाइडेंस तमिलनाडु के एमडी और सीईओ विष्णु वेणुगोपालन,फॉक्सकॉन के चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर (सेमीकंडक्टर) एसवाई चियांग और कंपनी के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद रहे।

6 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
इस प्लांट में मोबाइल के पार्ट्स बनाए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट के तहत 6 हजार लोगों को रोजगार मिल सकता है। तमिलनाडु के उद्योग मंत्री डॉ. टीआरबी राजा ने कहा कि यह निवेश इस बात का प्रमाण है कि राज्य देश में टॉप इन्वेस्टमेंट डेस्टीनेशन है। इससे पहले दिन में न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया था कि संयंत्र 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है।
इलेक्ट्रॉनिक सामानों के एक्सपोर्ट में तमिलनाडु टॉप पर बना रहेगा
उद्योग मंत्री ने दावा किया कि इलेक्ट्रॉनिक सामानों के एक्सपोर्ट के मामले में तमिलनाडु टॉप पर बना रहेगा और आने वाले वर्षों में एक्सपोर्ट और बढ़ेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि, ‘इससे मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का राज्य की इकोनॉमी को 1 ट्रिलियन डॉलर के लेवल तक ले जाने के टारगेट को मदद मिलेगी।
भारत में 4-5 सेमीकंडक्टर प्लांट लगाना चाहती है फॉक्सकॉन
फॉक्सकॉन भारत में 4-5 सेमीकंडक्टर चिप मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करना चाहती है। फॉक्सकॉन ने वेदांता के साथ जॉइंट वेंचर तोड़ने के एक दिन बाद इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री को इसके बारे में जानकारी दी थी।
45-50 दिनों के अंदर फाइनल एप्लिकेशन सबमिट कर सकती है कंपनी
रिपोर्ट में IT मिनिस्ट्री के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि फॉक्सकॉन सभी प्रोसेस पहले से जानती है, इसलिए अगले 45-50 दिनों के अंदर फाइनल एप्लिकेशन सबमिट कर ऑफिशियल अनाउंसमेंट कर सकती है। इस मामले से परिचित एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर चिप मैन्युफैक्चरिंग यूनिट गुजरात में स्थापित कर सकती है।
2021 में सेमीकंडक्टर मार्केट की वैल्यू थी 2.16 लाख करोड़
2021 में भारतीय सेमीकंडक्टर मार्केट की वैल्यू 2.16 लाख करोड़ रुपए (27.2 बिलियन डॉलर) थी। अब 2026 में इसे 5.09 लाख करोड़ रुपए (64 बिलियन डॉलर) तक पहुंचने के लिए लगभग 19% की CAGR से बढ़ने की उम्मीद है।

सेमीकंडक्टर चिप क्या होती है?
सेमीकंडक्टर चिप सिलिकॉन से बनी होती है और सर्किट में इलेक्ट्रिसिटी कंट्रोल करने के काम आती है। ये चिप एक दिमाग की तरह इन गैजेट्स को ऑपरेट करने में मदद करती है। इसके बिना हर एक इलेक्ट्रॉनिक आइटम अधूरा है। कंप्यूटर, लैपटॉप, कार, वॉशिंग मशीन, ATM, अस्पतालों की मशीन से लेकर हाथ में मौजूद स्मार्टफोन तक सेमीकंडक्टर चिप पर ही काम करते हैं।

कैसे काम करता है सेमीकंडक्टर?
ये चिप इलेक्ट्रॉनिक आइटम को ऑटोमैटिकली ऑपरेट करने में मदद करती है। उदाहरण के लिए, स्मार्ट वॉशिंग मशीन में कपड़े पूरी तरह धुलने के बाद ऑटोमैटिक मशीन बंद हो जाती है। इसी तरह कार में जब आप सीट बेल्ट लगाना भूल जाते हैं, तो कार आपको अलर्ट देती है। ये सेमीकंडक्टर की मदद से ही होता है।