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कंपनी द्वारा यूज़र के अकाउंट को हमेशा के लिए बैन करने के लिए लंबी सूची जारी की गई है. इस नए गेम में यूज़र को लॉग-इन करने के लिए मोबाइल नंबर के OTP की जरुरत होगी. अकाउंट बैन होने के बाद यूज़र उसी नंबर से लॉग-इन नहीं कर पाएंगे.
बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया में यूज़र को नस्लीय और यौन भेदभाव करने के लिए बैन किया जा सकता है. साथ ही अपनी टीम या किसी अन्य टीम के प्लेयर को मारने पर भी यूज़र को बैन किया जा सकता है. गेम में किसी का पीछा करना, गाली देना, व्यक्तिगत जानकारी प्रकाशित करना, किसी अन्य यूज़र के खाते का इस्तेमाल करना, AFK का गलत उपयोग करना, झूठी सूचना फैलाना, ग्राहक सेवा प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग करना, अफवाहें बनाना और फैलाना और असामान्य गेम प्ले करने पर भी यूज़र के अकाउंट को बैन किया जा सकता है.
अपनी प्रोफाइल फोटो पर कोई आपत्तिजनक फोटो लगाना, या किसी और की पर्सनल फोटो के इस्तेमाल करने पर प्लेयर को 90 दिनों तक बैन किया जा सकता है. इसके साथ ही आपत्तिजनक नाम के इस्तेमाल पर भी यूज़र को 90 दिनों तक बैन किया जा सकता है. गेम में किसी भी तरह का गलत इस्तेमाल करने पर यूज़र को 3 दिनों के लिए बैन किया जा सकता है.
अनधिकृत हार्डवेयर और डिवाइस
कंपनी की नीतियों के अनुसार बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया में अनधिकृत हार्डवेयर और डिवाइस का इस्तेमाल करने पर यूज़र को हमेशा के लिए बैन किया जा सकता है. जैसे कि गेम खेलने में किसी अनधिकृत कीबोर्ड या माउस का इस्तेमाल करना, जो कि क्राफ्टन के नियमों के खिलाफ हो.
गलत तरीके के nickname और भेदभाव
कंपनी की नीति के अनुसार जाति, लिंग, राष्ट्रीयता आदि के आधार पर दूसरों के प्रति अनादर या आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग करने पर यूज़र को बैन किया जा सकता है. इसके अनुसार गलत तरीके के nickname का इस्तेमाल जैसे कि, किसी कंपनी ने नाम का गलत उपयोग, क्राफ्टन या उसके कर्मचारियों के नाम का उपयोग और चुराए गए निकनेम का इस्तेमाल करने पर यूज़र को बैन किया जा सकता है.
अपनी या किसी दूसरी टीम के प्लेयर को मारना या पीछा करना
कंपनी की नई पॉलिसी के तहत अपनी या किसी दूसरी टीम के प्लेयर को मारने पर भी अकाउंट को बैन किया जा सकता है. इसके साथ ही गेम खेलते समय गलत तरीके से पीछा करने पर भी प्लेयर को बैन का सामना करना पड़ सकता है.
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