नई दिल्ली8 घंटे पहले
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देश में इस समय फेस्टिव सीजन चल रहा है, जिसमें लोग गोल्ड, प्रॉपर्टी सहित अन्य सामान के साथ गाड़ी खरीदना शुभ मानते हैं। अगर आप इस फेस्टिव सीजन में कार लेने के बारे में सोच रहे हैं और उसके लिए लोन लेना चाहते हैं, तो हम आपको बता रहे हैं कि कार के लिए कैसे सही लोन का चुनाव करें …
जितना हो सके उतनी कम अवधि के लिए लोन लेना चाहिए, लोन को ज्यादा लंबा नहीं खींचना चाहिए। ज्यादा लंबी अवधि के लिए लोन लेने पर आपको ज्यादा ब्याज देना पड़ता है। हम आपको आज लंबी अवधि के लोन लेने के नुकसान बता रहे हैं।
ज्यादा समय के लोन में ज्यादा ब्याज
आमतौर पर कार लोन अधिकतम 8 साल के लिए लिया जा सकता है, लेकिन ज्यादा समय, यानी 7 से 8 साल के लिए लोन लेने पर आपको ज्यादा ब्याज पर लोन दिया जाता है। ये ब्याज दर कम समय (3 से 4 साल) वाले लोन की ब्याज दर से 0.50% तक ज्यादा हो सकती है।
ज्यादा समय के लोन में 25% तक बढ़ सकती है कार की कीमत
आप अगर लंबे समय के लिए कार लोन ले लेते हैं तो वह लोन आपकी गाड़ी की कीमत 25% तक बढ़ा सकता है। वहीं कम समय के लिए लोन लेने पर आपको इसकी तुलना में कम कीमत चुकानी होती है।

जितनी लंबी अवधि के लिए लोन लेंगे उतना ही ज्यादा ब्याज देना पड़ेगा, जिससे कार की ओवरऑल कीमत बढ़ जाती है।
रीसेलिंग में भी होती है परेशानी
अगर आप 8 साल के लिए कार लोन लेते हैं, लेकिन आप 5 साल बाद ही कार को बेचना चाहते हैं तो आपको पहले पूरा लोन चुकाना होगा या लोन दूसरे व्यक्ति के नाम ट्रांसफर कराना होगा। इसके लिए आपको बैंक के चक्कर काटने पड़ सकते हैं।
मान लीजिए आप 8 लाख की कार लेते हैं, और इसके लिए 5 लाख का लोन लेते हैं तो आपको अलग-अलग अवधि के लिए लोन लेने पर कितना ब्याज देना होगा? इससे गाड़ी की कीमत पर क्या प्रभाव पड़ेगा? हम आपको ये बता रहे हैं।


