नई दिल्ली2 दिन पहले
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माइक्रोसॉफ्ट का ‘विंडोज-95’ गुरुवार (24 अगस्त) को 28 साल का हो गया है। इस मौके पर फाउंडर बिल गेट्स ने लगभग तीन दशक पहले इसकी लॉन्च पार्टी की एक GIF सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर शेयर की और जन्मदिन की शुभकामनाएं दी।
अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा- ‘हैप्पी बर्थ-डे WINDOWS, कुछ यादें हमेशा आपके साथ रह जातीं हैं। 28 सालों से लोग तुम्हें इंटरनेट पर फॉलो कर रहे हैं।’ इस GIF में बिल गेट्स, कंपनी के पूर्व CEO स्टीव बाल्मर के साथ डांस करते नजर आ रहें हैं। उनके साथ स्टेज पर तब के कई फेमस स्टार्स भी मस्ती करते नजर आ रहें है।
Windows का पहला यूजर वर्जन Windows1.0, 20 नवंबर 1985 को लॉन्च हुआ था। तब से अब तक माइक्रोसॉफ्ट विंडो के कई वर्जन रिलीज हो चूके हैं। इनमें से विंडोज 11 लेटेस्ट है, जिसे कंपनी ने अक्टूबर 2021 में लॉन्च किया था। फिलहाल, कंपनी इसके अगले वर्जन विंडोज-12 पर काम कर रही है।

बिल गेट्स के X पोस्ट मे उनके साथ कंपनी के पूर्व CEO स्टीव बाल्मर डांस करते नजर आ रहें हैं।
आइए जानते हैं विन्डोज से जुड़ीं कुछ खास बातें
24 अगस्त 1983 को माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स ने विंडो 1.0 लॉन्च करने का ऐलान किया था। हालांकि, इसके पहले विंडो की शुरुआत हो चुकी थी, लेकिन यूजर्स के लिए यह अवेलेबल नहीं था। पहले इसका नाम MS Windows या माइक्रोसॉफ्ट डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम था। इसे करीब 2 साल बाद 1985 में लॉन्च किया गया था।
कंपनी के मार्केटिंग ऑफिसर ने ‘विन्डोज’ नाम दिया था
Windows के फाउंडर बिल गेट्स इसका नाम ‘इंटरफेस मैनेजर’ रखना चाहते थे। लेकिन, कंपनी के मार्केटिंग ऑफिसर रोलैंड हैंसन ने इसका नाम ‘विंडोज’ दिया। इसके पहले वर्जन 1.0 के लॉन्च के मौके पर कहा था- ‘विंडोज यूजर्स को अभूतपूर्व ताकत देगा। यह अगले कुछ वर्षों के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की नींव रखने जा रहा है।’

विंडोज 1.0 की स्क्रीन कुछ इस तरह दिखाई देता था।
माइक्रोसॉफ्ट की 4 दशक की यात्रा
- 1975 में बिल गेट्स ने अपने बचपन के दोस्त पॉल एलेन के साथ मिल कर अल्टेयर 8800 माइक्रो कंप्यूटर के लिए अपना पहला बेसिक प्रोग्रामिंग कोड (इंटरप्रेटर) बनाया।
- जून 1980 में गेट्स ने हार्वर्ड के क्लासमेट स्टीव बाल्मर को कंपनी का पहला बिजनेस मैनेजर बनाया।
- अगस्त 1981 में माइक्रोसॉफ्ट ने अपना नया ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर ‘माइक्रोसॉफ्ट डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम’ (MS-DOS) रिलीज किया, जो IBM पर्सनल कंप्यूटर पर रन करता था।
- 1983 में माइक्रोसॉफ्ट ने नया सॉफ्टवेयर ‘Windows’ अनाउंस किया। इसका टारगेट MS-DOS को विजुअल इफेक्ट्स के जरिए और बेहतर बनाना था।
- 1985 में कंपनी ने ‘Windows 1.0’ को यूजर्स के लिए लॉन्च कर दिया। इसी साल स्क्रीन या विंडोज के काम को माउस के जरिए करना शुरू कर दिया।
- 1986 में कंपनी ने अपना हेडक्वर्टर रेडमंड, वॉशिंगटन शिफ्ट कर लिया। यहां कंपनी ने 21 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से 60 मिलियन डॉलर जुटाए।
- 1988- 1987 में Windows 2.0 के लॉन्च होने के साथ ही कंप्यूटर अब ऑफिस में यूज होने लगा। इसी साल गूगल सेल के आधार पर कंपनी पर्सनल कंप्यूटर (PC) सॉफ्टवेयर के मामले में सबसे बड़ी कंपनी बन गई।
- 1990-1995: 1990 में Windows 3.0 के लॉन्च के 5 साल बाद Windows 95 लॉन्च हुआ, जिसकी 10 लाख से ज्यादा कॉपी केवल 4 दिन में सेल हो गई।
- 1995 में इंटरनेट के आने के बाद कंपनी ने अपना पहला वेब ब्राउजर ‘Internet Explorer’ लॉन्च किया।
- 1998: Windows 98, विंडोज का पहला कंप्यूटर बेस्ड वर्जन रिलीज किया गया। इसी दौरान कंपनी को यूएस सरकार के साथ एंटिट्रस्ट (अविश्वास) के मामले में कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी।
- 2000: जनवरी में बाल्मर को नया CEO बनाया गया।
- 2001: 1998 की कानूनी लड़ाई खत्म हो गई और कंपनी ने इसी साल नवंबर में गेमिंग इंडस्ट्री में अपना कदम रखा और Xbox गेमिंग कंसोल लॉन्च किया।
- 2005: नवंबर में Xbox का नेक्स्ट जेनरेशन Xbox 360 की सेल शुरू हुई।
- 2006: नवंबर में कंपनी ने Zune पोर्टेबल म्यूजिक प्लेयर लॉन्च किया। लेकिन यह मार्केट में सक्सेस नहीं हुआ और 2012 में कंपनी ने इसे डिस्कंटीन्यू कर दिया।
- 2007 में कंपनी ने Windows Vista लॉन्च किया। यह तब का लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम था।
- 2009 में गूगल को चैलेंज करने के लिए कंपनी ने Bing नाम का सर्च इंजन लॉन्च किया।
- 2010: एपल iPhone और गूगल के एंड्रॉयड डिवाइस के बने हुए मार्केट में माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी पहली Windows फोन लॉन्च किया।
- 2012: कंपनी ने सरफेस टैबलेट और Windows 8 ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च किया। लेकिन यहां भी उम्मीद के मुताबिक सक्सेस नहीं मिली।
- 2013 में कंपनी के CEO बाल्मर ने एक साल के भीतर कंपनी छोड़ने की घोषणा कर के सबको चौंका दिया।
- 4 फरवरी 2014: माइक्रोसॉफ्ट की बोर्ड ने सर्वसम्मति से भारतीय मूल के एग्जीक्यूटिव सत्या नडेला को कंपनी का नया CEO चुना। कंपनी के 39 साल की यात्रा में सत्या तीसरे CEO थे। सत्या अभी तक माइक्रोसॉफ्ट के CEO हैं।