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रविशंकर प्रसाद ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किए. इस मामले पर उन्होंने कहा, ”ट्विटर की कार्रवाई सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 के नियम 4 (8) के घोर उल्लंघन में से एक थी. उन्होंने कहा कि अकाउंट ब्लॉक करने से पहले ट्विटर ने मुझे कोई नोटिस नहीं दिया.”
Twitter’s actions were in gross violation of Rule 4(8) of the Information Technology (Intermediary Guidelines and Digital Media Ethics Code) Rules 2021 where they failed to provide me any prior notice before denying me access to my own account.
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) June 25, 2021
”ये मेरे बयानों से उपजी बौखलाहट”
रविशंकर प्रसाद ने आगे लिखा, ”यह साफ झलक रहा है कि मैंने ट्विटर के अहंकारपूर्ण रवैये और मनमानी भरे कदमों के खिलाफ जो बयान दिए हैं उनकी वजह से और खासतौर पर टीवी चैनलों को इस बारे में दिए गए मेरे इंटरव्यू की क्लिप शेयर किए जाने और उनका जबरदस्त असर पड़ने की वजह से वे बौखला गए हैं.”
ट्विटर का बयान
ट्विटर ने कहा है कि हम कॉपीराइट नियमों को बनाए रखने के लिए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इन नियमों का बार-बार उल्लंघन करने वाले का अकाउंट सस्पेंड किया जा सकता है. अगर आपको अपना अकाउंट अनलॉक करवाना है तो ट्विटर के कॉपीराइट नियमों की समीक्षा करनी होगी.
शशि थरूर ने कहा- ट्विटर से मांगा जाएगा जवाब
कांग्रेस नेता और आईटी पर संसदीय स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन शशि थरूर ने कहा है कि ट्विटर से इसका जवाब मांगा जाएगा. थरूर ने ट्वीट कर कहा, ”सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन के तौर पर मैं कह सकता हूं कि हम ट्विटर इंडिया से रविशंकर प्रसाद और मेरा अकाउंट ब्लॉक करने और भारत में संचालन के नियमों और प्रक्रिया पर सफाई मांगेंगे.”
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