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प्रेगनेंसी में क्या पढ़ना चाहिए? | Books to Read During Pregnancy in Hindi

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प्रेगनेंसी में क्या पढ़ना चाहिए? | Books to Read During Pregnancy in Hindi

प्रेगनेंसी में क्या पढ़ना चाहिए? | Books to Read During Pregnancy in Hindi

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अच्छी बुक्स पढ़ना चाहिए क्योंकि गर्भवती महिला का पूरा असर गर्भ में पल रहे शिशु पर होता हैं। जैसे आप खुश हैं या चिंता में हैं, आप क्या सोचते हैं या उस दौरान कैसे रह रहे हैं। इसलिए आप जैसी बुक्स पढ़ेंगे उसका प्रभाव आपके बच्चे पर पड़ेगा।

प्रेगनेंसी में क्या पढ़ना चाहिए

प्रेग्नेंसी के समय महिलाएं थोड़ी बैचेन रहती हैं। उन्हें अपनी प्रेग्नेंसी का डर रहता हैं और बच्चे के प्रति चिंता भी रहती हैं। तो इन सभी चिंताओं को दूर करने के लिए आप अच्छी बुक्स पढ़े। जिससे आपका मन भी शांत रहेगा और बच्चे पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। आपको आगे बताई गई किताबें गर्भावस्था के दौरान पढ़ना चाहिए

१. ज्ञानवर्धक कहानियां व कॉमिक्स पढ़े

आप मजेदार कहानियां व कॉमिक्स पढ़ सकते हैं। बच्चों की कॉमिक्स या बच्चो की कहानियां जरुर पढ़े। इससे बच्चे का मन चंचल रहेगा और आप बाद में भी उन्हें यह सब सुना भी पाएंगी।

२. प्रेगनेंसी से संबंधित बुक्स

प्रेगनेंसी से संबंधित किताबों में प्रेगनेंसी की सारी जानकारी होती हैं। इससे प्रेग्नेंट महिलाओं के मन में उठ रहे सभी सवालों के जवाब उन्हें मिल जाते हैं। यदि आपकी पहली प्रेग्नेंसी हैं तो ऐसी किताबें आपके लिए मददगार होगी।

३. आध्यात्म और धर्म से जुड़ी किताबें

मनुष्य को सही मार्ग दिखाने में धार्मिक एवं आध्यात्मिक पुस्तकें सबसे महत्वपूर्ण होती हैं। इन किताबों से आपको सही रास्ता खोजने में मदद मिलती हैं। धार्मिक एवं आध्यात्मिक किताबें जैसे : श्रीमद भगवत गीता, रामचरित मानस, कुरान, रामायण, सुन्दर कांड, बाइबिल और गुरुग्रंथ साहिब।

४. शिशु की देखभाल से जुड़ी बुक्स

हर गर्भवती महिला को यह चिंता रहती हैं की वह किस तरह अपने शिशु की देखभाल करेगी। शुरुआत में शिशुओं से संबंधित बहुत सी परेशानियां आती हैं। इन बुक्स को पढ़ने से आपको अपने होने वाले बच्चे के बारे में जानकारी मिलेगी। चाइल्ड केयर की आपकी नॉलेज भी बढ़ेगी।  

५. न्यूज़पेपर और पत्रिकाएं

अपडेट रहने के लिए प्रेगनेंसी में क्या पढ़ना चाहिए तो आपको प्रतिदिन न्यूज़पेपर और पत्रिकाएं पढ़नी चाहिए। इससे शिशु का दिमाग तेज होता हैं और आप खुद भी खबरों से जुड़ी रहेगी।

६. खानपान से जुड़ी मैगजीन

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को खानपान का विशेष ध्यान रखना होता हैं। आपको क्या खाना चाहिए क्या नहीं इस बात का ध्यान रखना आवश्यक हैं। आप खानपान से जुड़ी मैगजीन पढ़े ताकि आपको पता चल सके की कौन सी चीजें आपके लिए लाभदायक हैं।

प्रेगनेंसी में कौन सी बुक पढ़ना चाहिए

प्रेगनेंसी में कौन सी बुक पढ़ना चाहिए इस बारे में आगे बताया जा रहा हैं। यह किताबें आपके प्रेग्नेंसी के समय को और भी आसान बना देगी।

१. हिप्नो बर्थिंग

यह पुस्तक गर्भवती महिला को बच्चे के जन्म के लिए भावनात्मक, शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से तैयार करती है। इस समय महिलाओं के मन में डर रहना स्वाभाविक हैं। बच्चे के जन्म को लेकर बहुत डर होता हैं, इसलिए हिप्नो बर्थिंग में वह तकनीकें बताई गई हैं जिससे आपके मन को शांत होने में मदद मिलेगी, जब आपको लगेगा की आप अपना धैर्य खो रही हैं।

२. गर्भावस्था और शिशु पालन

गर्भावस्था में आने वाली जटिलता और शिशु पालन से जुड़ी समस्त समस्या के लिए आपको इससे मार्गदर्शन प्राप्त होगा। इस बुक में गर्भावस्था में होने वाली बीमारियां, बचाव, शारीरिक परिवर्तन, सावधानियां, जीवनरक्षक टिके, आहार सभी की पूरी जानकारी होती हैं।  

३. द माइंडफुल मदर

मां बनने की चुनौतियों को और माँ बनने के एहसास को इसमें बताया गया हैं। यह आपके गर्भावस्था की एक अच्छी दोस्त के रूप में साबित हो सकती हैं।

४. प्रेगनेंसी ब्लूज़

प्रेगनेंसी के समय महिलाओं में कई तरह के बदलाव आते हैं जैसे:  गुस्सा आना, चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन आदि। प्रेगनेंसी ब्लूज़ से आपको इन सभी समस्याओं से निपटने की जानकारी मिलेगी।

५. अ लिटिल बुक ऑफ़ हैप्पीनेस

इस बुक में यह बताया गया हैं की खुश रहना कितना आसान हैं। कितनी बार हम अपने आस-पास की खुशियों को भी नहीं देख पाते हैं। इस बुक से आप जीवन में खुशी और उसके महत्व को समझ पाएंगे।

६. विंग्स ऑफ़ फायर

जो महिलाएं चाहती हैं की उनका बच्चा मेहनती, गुणी और धैर्यवान निकले उन्हें विंग्स ऑफ़ फायर को जरूर पढ़ना चाहिए इस पुस्तक के माध्यम से ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने उपदेश दिया हैं कि हमें कभी भी असफलताओं से निराश नहीं होना चाहिए बल्कि उसे स्वीकार कर नए अवसरों के लिए अपने दरवाजे हमेशा खुले रखने चाहिए।

७. बेली टू बेबी

इसमें गर्भावस्था के पुरे नौ महीनों के बारे में बताया गया हैं जिसे तीन ट्राइमेस्टर में बांटा गया है। यह नौ महीने की पत्रिका या स्क्रैपबुक की तरह है। बेली टू बेबी में कुछ उपयोगी टेम्पलेट भी हैं जिससे आप महत्वपूर्ण विवरणों को याद रख सकेंगे।

८. व्हाट टू डू व्हेन यू आर हैविंग टू

यह ख़ास तौर पर लिखी गई पुस्तक उन कपल्स के लिए हैं जो जुड़वा बच्चों के माता – पिता बनने वाले हैं। बहुत से कपल्स इस बात से तनाव में आ जाते हैं की वह जुड़वा बच्चों के पेरेंट्स बनने वाले हैं। इसलिए यह बुक उन्हें तनाव और चिंता से मुक्त रखने में मदद करेगी और आने वाले ट्विन्स के लिए तैयार रखेगी।

९. पासपोर्ट टू अ हेल्दी प्रेगनेंसी

इस पुस्तक में आपको गर्भावस्था से संबंधित सभी प्रश्नों के सवाल मिलेंगे जैसे: बच्चे का विकास, आपके शरीर में आने वाले परिवर्तन, नींद या क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए आदि जानकारी इससे प्राप्त होगी।

१०.  बी प्रिपयेर्ड

इस पुस्तक को होने वाले पिता को ध्यान में रखकर लिखा हैं क्योंकि होने वाले पिता को भी बच्चे के लिए अच्छी पुस्तकें पढ़ना चाहिए। बी प्रिपयेर्ड में आपको जानने को मिलेगा की गर्भावस्था के दौरान एक पिता को कैसे रिलैक्स रहकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए।

प्रेगनेंसी में पढ़ने के फायदे – Benefits of Reading During Pregnancy in Hindi

गर्भावस्था में किताबें पढ़ना बहुत लाभकारी होता हैं। इससे प्रेग्नेंट महिला और शिशु को बहुत से फायदे मिलते हैं। जानते हैं उन्हीं फायदों के बारे में।

१. मानसिक शांति

बुक्स पढ़ने से आपको मानसिक शांति मिलेगी और आपकी सुखदायक आवाज आपके बच्चे की हृदय गति को भी नियंत्रित कर सकती हैं। जिसे उसे गर्भ में आराम करने में मदद मिलती है।

२.  तनाव से दूरी

आपका मन शांत रहेगा तो आप तनाव से भी दूर रहेंगे। अच्छी किताबें आपके दिमाग पर अच्छा प्रभाव डालती हैं और आप खुश रहते हैं।

३. बेहतर मानसिक विकास

महान पुरुषों पर लिखी गई किताबें पढ़ने से माँ का ज्ञान बढ़ेगा। जिसका असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी होता हैं। इससे शिशु का मानसिक विकास बेहतर होगा।

४. अच्छे गुण

धार्मिक किताबें पढ़ने से बच्चे में अच्छे गुण आएँगे और वह संस्कारवान बनेगा ।

५. अच्छा समय बिताना

प्रेग्नेंसी के दौरान आप ज्यादा काम नहीं कर सकती हैं। जिससे की आप बोर होने लगती हैं तो फ्री टाइम में आप किताबें पढ़कर अपना टाइम पास कर सकती हैं। इससे आप टीवी और मोबाइल से भी दूरी बनाकर रख पाएंगी।

६. सकारात्मक विचार आना

गर्भवती महिलाएं अपनी प्रेग्नेंसी को लेकर चिंता में रहती हैं और उनके मन में नकारात्मक विचार पैदा होने लगते हैं। यदि आप सकारात्मक विचारों से जुड़ी पुस्तकें पढ़ते हैं तो आप खुश रहेंगी।

निष्कर्ष

गर्भावस्था सिर्फ मां के लिए ही नहीं बल्कि बच्चे के लिए भी तनावपूर्ण समय होता है। इसलिए आपको अच्छी किताबों की मदद लेना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान पढ़ने के लिए किताबें आप शॉप से या ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।

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