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लॉकडाउन में ढील के बाद भी अमेरिका के सामाजिक वर्गों में महामारी का अवसाद बना रहा: स्टडी

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लॉकडाउन में ढील के बाद भी अमेरिका के सामाजिक वर्गों में महामारी का अवसाद बना रहा: स्टडी

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Pandemic Depression Persisted Across Social Classes : अमेरिका में कोरोनावायरस के बाद की स्थिति और लॉकडाउन के हालातों पर बोस्टन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपनी नई स्टडी में पाया है कि लॉकडाउन में ढील के बाद भी सामाजिक वर्गों में महामारी का अवसाद (Depression) बना रहा. द कन्वर्सेशन (The Conversation) में छपे रिसर्च ब्रीफ में इस स्टडी के बारे में लिखा गया है. बोस्टन यूनिवर्सिटी (Boston University) की रिसर्चर कैथरीन एटमैन (Catherine Ettman) और बोस्टन यूनिवर्सटी में फैमिली मेडिसिन (Family Medicine) के प्रोफेसर सैंड्रो गैलिया (Sandro Galea) ने अपनी इस स्टडी में लिखा है, COVID-19 महामारी के एक साल में हमने पाया कि 5 में से 1 से अधिक वयस्कों ने मार्च-अप्रैल 2020 और मार्च-अप्रैल 2021 दोनों में संभावित डिप्रेशन की सूचना दी. हमने ये भी पाया कि वित्तीय संपत्तियों ने डिप्रेशन के लक्षणों की दृढ़ता को कम करने में मदद की, लेकिन केवल एक बिंदु तक हमारा हाल ही में प्रकाशित शोध अमेरिकी आबादी पर COVID-19 के निरंतर मानसिक स्वास्थ्य प्रभावों पर प्रकाश डालता है.

हमने मार्च 2020 में मानसिक स्वास्थ्य और संपत्ति को मापने के लिए एक राष्ट्रीय अध्ययन शुरू किया. COVID-19 एक राष्ट्रीय आपातकाल था, क्योंकि मौतें बढ़ रही थीं. अमेरिकियों से घर में रहने का आग्रह किए जाने के कारण स्कूल, कार्यस्थल और सरकारी कार्यालय बंद हो गए. उस समय, हमने पाया कि हमारी स्टडी में 27.8% अमेरिकी वयस्कों ने अवसाद के लक्षणों की सूचना दी, जैसे गतिविधियों में रुचि खोना या निराश या बुरा महसूस करना. ये संख्या राष्ट्रीय महामारी पूर्व अवसाद के 8.5% के अनुमान से तीन गुना अधिक थी.

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कैसे बढ़ गई अवसाद की हिस्सेदारी
हमारे लिए सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि महामारी में एक साल, संक्रमण और मौतों को कम करने के उम्मीद के संकेतों के बावजूद, डिप्रेशन का लेवल हाई बना रहा. अप्रैल 2021 में, लोग COVID-19 वैक्सीन शॉट्स के लिए लाइन लगा रहे थे, डॉक्टर बेहतर COVID-19 उपचार ढूंढ रहे थे और समाज को फिर से खोलने के प्रयास चल रहे थे. लेकिन, उस समय तक हमारे सर्वेक्षण में अवसाद के लक्षणों की रिपोर्ट करने वाले वयस्कों की हिस्सेदारी 32.8% हो गई थी.

इससे भी बुरी बात यह है कि 2021 की उच्चतर संख्या में 20.3% ऐसे लोग शामिल थे, जिन्होंने अप्रैल 2020 और अप्रैल 2021 दोनों में अवसाद के लक्षणों की सूचना दी थी. इस खोज से पता चलता है कि महामारी से प्रेरित खराब मानसिक स्वास्थ्य प्रचलित और लगातार दोनों था.

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यह क्यों मायने रखता है
COVID-19 से लगभग 1 मिलियन अमेरिकी लोगों की जान चली गई है और लगभग 5 मिलियन अस्पताल में भर्ती हुए हैं, लेकिन देश के मानसिक स्वास्थ्य पर महामारी के प्रभाव को मापना अभी शुरुआत है. हम मानते हैं कि देश के मानसिक स्वास्थ्य पर महामारी का निरंतर प्रभाव अभूतपूर्व है.

आगे क्या होगा
हमारा अगला कदम उन लोगों के बीच ओवरलैप के क्षेत्रों की जांच करना है, जिन्हें महामारी के दौरान नौकरी छूटने, रिश्ते की समस्याओं या वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. जिन लोगों के पास कम संपत्ति होती है, उनमें अवसाद का खतरा सबसे अधिक होता है, विशेष रूप से अवसाद जो समय के साथ सामाजिक उथल-पुथल (social upheaval) के साथ रहता है.

Tags: Depression, Health, Health News, Lifestyle

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