4 मिनट पहलेलेखक: अमित कर्ण
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बॉलीवुड एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा और फेमस पंजाबी गायक हार्डी संधू की फिल्म ‘कोड नेम तिरंगा’ अगले महीने रिलीज हो रही है। कोविड के दौर में शूट हुई इस फिल्म का एक्सपीरियंस शेयर करते हुए परिणीति ने कहा कि कोविड की वजह से सिर्फ फिल्मों की शूटिंग पर ही फर्क नहीं पड़ा बल्कि रिलीज डेट्स भी बदलना पड़ीं।
परिणीति की यह फिल्म तुर्की में शूट हुई है। उस समय लॉकडाउन के चलते एक्टर्स भारत वापस नहीं आ सके। उन्हें कई फेज में मॉरिशस भी रुकना पड़ा ताकि कोविड प्रोटोकॉल फॉलो कर सकें।
सेट पर आए दिन लोगों को कोविड हो रहा था
परिणीति ने इस बारे में बात करते हुए कहा, ‘हमने बड़ी चैलेंजिंग सिचुएशन में फिल्म की शूटिंग की है। सेट पर किसी को पता नहीं होता था कि अगले दिन शूटिंग होगी भी कि नहीं, क्योंकि सेट पर आए दिन लोगों को कोविड हो रहा था। इस वजह से लोकेशन कैंसिल हो रहे थे। हालांकि भारत में लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि हम तुर्की में क्या कर रहे हैं।’
सेट पर मैं सबको मोटिवेट करती रहती थी
परिणीति ने आगे कहा, ‘हम एक एक्शन फिल्म की शूटिंग कर रहे थे और इस वजह से लोगों को चोट भी लग रही थी। इस तरह की सिचुएशन में लोगों का मोराल डाउन हो सकता था। इसलिए मैं सबको मोटिवेट करती रहती थी।’
इस फिल्म के डायरेक्टर ऋभु दासगुप्ता हैं। उनके साथ परिणीति चोपड़ा का ये दूसरा एसोसिएशन है। फिल्म में दिब्येंदु भट्टाचार्य और रजित कपूर भी अहम रोल में हैं।
मैं यशराज में पीआरओ के जॉब में थी
परिणीति इस फिल्म के बारे में बात करते हुए कहती हैं, ‘मैं खुद इसे बेहद खास फिल्म मानती हूं। वो इसलिए कि इसमें मुझे दिब्येंदु भट्टाचार्य के साथ काम करने का मौका मिला। दिब्येंदु ने मुझे एक्टिंग की ए,बी,सी,डी सिखाई थी। एक्टिंग में आने से पहले मैं तो यशराज में पीआरओ के जॉब में थी। जब ‘लेडीज वर्सेज रिकी बहल’ में मेरा सेलेक्शन हुआ तो मनीष शर्मा और प्रोड्युसर आदित्य चोपड़ा ने चर्चा की कि परिणीति को सीधे सेट पर तो नहीं भेज सकते। तब उन्होंने देबू सर को बुलाया और उनकी वजह से मैं एक्टिंग, कैमरा और शॉट टेकिंग के बारे में समझ सकी।’
रॉ एजेंट के रोल में हैं परिणीति
परिणीति इस फिल्म में रॉ एजेंट के रोल में हैं। उन्हें खास मिशन पर तुर्की भेजा जाता है, जहां 20 साल पहले हुए संसद हमले के मास्टर माइंड को उन्हें पकड़ना होता है। इस बारे में परिणीति कहती हैं, ‘मुझे इस रोल के लिए 6 महीने तक तैयारी करनी थी। लेकिन हमें तुर्की का शेड्यूल प्रीपोन करना पड़ा, क्योंकि कोविड दस्तक दे चुका था। ऐसे में 2 महीने पहले ही मुझे और बाकी टीम को तुर्की निकलना पड़ा, क्योंकि दस दिनों में लॉकडाउन लगने वाला था। किस्मत से एक्शन टीम तुर्की पहुंच चुकी थी।
मैं भी वहां पहुंची और तीन से चार हफ्ते जमकर ट्रेनिंग की। जब दूसरे एक्टर्स के हिस्सों की शूटिंग होती थी, तब मैं ट्रेनिंग करती थी। होटल रूम से लेकर गलियां, सड़कें जहां मौका मिलता मैं वहां ट्रेनिंग करने लगती थी। मेरे साथ एक्शन डायरेक्टर्स की टीम की ओर से एक मेंबर 24 घंटे साथ रहता था।