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Apple के सस्ते iphone बेचने की योजना पर सरकार ने लगाया ब्रेक, जानें क्या है बड़ी वजह

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Apple के सस्ते iphone बेचने की योजना पर सरकार ने लगाया ब्रेक, जानें क्या है बड़ी वजह

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नई दिल्ली. अन्य देशों के साथ-साथ भारत भी Refurbished प्रोडक्ट्स का मार्केट बन चुका है. अब यहां पर अच्छी- अच्छी कंपनियों के ब्रांडेड और महंगे प्रोडक्ट्स Refurbished के बाद उचित कीमत पर मिल रहे हैं. यही हाल मोबाइल कंपनियों के साथ भी है. Refurbished मार्केट में मोबाइल कंपनियां भी किसी से पीछे नहीं हैं. वहीं, बात अगर स्मार्टफोन्स की करें तो इसका Refurbished मार्केट और ज्यादा बड़ा है. यही वजह है कि Apple ने भी भारत में रिफर्बिश्ड iPhones बेचने की योजना तैयार की थी. लेकिन केंद्र सरकार ने Apple के रिफर्बिश्ड iPhones मार्केट में आने से पहले ही उसके सपनों को चूर- चूर दर दिया. केंद्र सरकार ने ई-कचरा पैदा होने के डर से फोन कंपनी की इस योजना को रद्द कर दिया.

बता दें कि Refurbished मार्केट यूजर्स के लिए अच्छा प्लेटफॉर्म है, जहां वे सस्ते दर पर ही ब्रांडेड कंपनियों के फोन खरीदते हैं. वहीं, अगर किसी यूजर्स के मोबाइल में किसी तरह की खराबी आती है या वे उससे उब गए हों तो उसे बेच देते हैं. ऐसे में उन्हें अच्छी रकम मिल जाती है. यदि Apple भी सेकंड हैंड iPhones मार्केट में उतारती तो आम जनता भी इसे सस्ता होने के कारण खरीद सकती थी. पर सरकारी ब्रेक के कारण आमजन के साथ- साथ कंपनी के सपनों पर भी पानी फिर गया.

यूजड डिवाइसेस के इम्पोर्ट का कोई प्रावधान नहीं है
दरअसल, Apple पिछले साफी सालों से अपने  सेकंड हैंड iPhones भारत के Refurbished मार्केट में उतारने की योजना बना रही थी. वह आयात-निर्यात की अनुमति लेने के लिए सरकार से बातचीत भी कर रहा थी. इसे ‘प्री-ओन्ड और सर्टिफाइड’ भी कहा जाता है. लेकिन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत सरकार ने e-waste बढ़ने की चिंता करते हुए Refurbished iPhones को बेचने की योजना पर ही ब्रेक लगा दिया. कहा जा रहा है कि Apple की रीफर्बिश्ड आईफोन को बेचने की योजना सरकार ने इसलिए रद्द की है, क्योंकि नियमों के अनुसार अब भारत में सेकेंड हैंड और यूजड डिवाइसेस के इम्पोर्ट का कोई प्रावधान नहीं है.

अपनी हिस्सेदारी मजबूत करना चाह रहा था
एक रिपोर्ट के मुतािक,  Apple Refurbished फोन के जरिये बाजार अपनी हिस्सेदारी मजबूत करना चाह रहा था. Apple वर्तमान में अपने 4.8 मिलियन iPhones में से 60% बनाता है जो भारत में बड़े वैश्विक अनुबंध निर्माताओं Foxconn, Wistron और Pegatron के माध्यम से बेचे जाते हैं.

Tags: Iphone, Tech news, Tech news hindi

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