Home स्वास्थ्य Disadvantages of over sleeping If you also wake up after 8 am in morning then improve this habit soon brmp | Health News: आप भी सुबह 8 बजे के बाद उठते हैं तो जल्द सुधार लें यह आदत, वरना घेर सकती हैं ये गंभीर बीमारियां

Disadvantages of over sleeping If you also wake up after 8 am in morning then improve this habit soon brmp | Health News: आप भी सुबह 8 बजे के बाद उठते हैं तो जल्द सुधार लें यह आदत, वरना घेर सकती हैं ये गंभीर बीमारियां

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नई दिल्ली: अगर आप भी सुबह लेट उठते हैं तो ये खबर आपके लिए है. कहा जाता है कि स्वस्थ रहने के लिए सिर्फ पर्याप्त नींद ही नहीं, बल्कि समय पर नींद लेना और सही समय पर उठना भी बेहद जरूरी है. ऐसा न करना कई रोगों को दावत देना है. भरपूर नींद लेने से आपको अपने दिन के कामों को करने के लिए एनर्जी मिलती है, लेकिन ज्यादा नींद लेना आपके लिए हानिकारक हो सकता है. 

यदि रोजाना आठ से नौ घण्टों की नींद लेते हैं तो डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से भी आपका बचाव होता है, लेकिन इसका यह बिल्कुल भी मतलब नहीं कि घण्टों सोते रहें, क्योंकि यह आदत आपको बीमार बना सकती है. ज्यादा देर तक सोना या फिर सुबह के समय देर तक सोने से आपको कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. 

इन पांच बातों को जानना बेहद जरूरी

1. मोटापे का शिकार हो सकते हैं
अगर आप भी ज्यादा देर तक सोते हैं तो मोटापे के शिकार हो सकते हैं. क्योंकि लंबे समय तक सो रहे हैं तो आप उस अवधि के लिए शारीरिक रूप से निष्क्रिय हैं. कम शारीरिक गतिविधि का मतलब है कि आपका शरीर कम कैलोरी खर्च कर पा रहा है, जिससे आपका वजन बढ़ने लगता है. एक शोध के अनुसार लंबे समय तक सोने से भविष्य में वजन बढऩे के अलावा हाई ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड शुगर की आशंका हो जाती है.

2. दिल के लिए खतरा
ज्यादा देर तक सोने वाले लोगों की दिल की सेहत पर बोझ पड़ने लगता है. अमरीकन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी की एक रिपोर्ट के अनुसार लंबे समय तक सोने से लेफ्ट वेंटिकुलर का वजन बढ़ सकता है, जिससे हार्ट अटैक की आशंका बढने लगती है. एक दूसरे शोध में ये पाया गया है देर तक सोने की वजह से स्ट्रोक का जोखिम 46 फीसदी हो जाता है. 

3. तनाव के शिकार हो सकते हैं आप
ज्यादा देर तक सोना आपके मूड को प्रभावित कर सकता है और इससे आपको डिप्रेशन भी हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो नींद मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर को प्रभावित करती है. लंबी नींद से शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है, जबकि न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर को बढ़ाने के लिए अधिक शारीरिक गतिविधि महत्त्वपूर्ण है, जो आपकी मनोदशा को बेहतर बनाती है.  इसलिए सोने का एक नियम बनाएं. कोशिश करें की रात को 10 से 11 के बीच सो जाएं और सुबह 7 से 8 बजे तक उठ जाएं. 

4. दिमाग पर भी पड़ता है असर
ज्यादा सोना आपके मस्तिष्क की शक्ति को भी प्रभावित कर सकता है. अगर दिन में भी नींद लेते हैं तो हो सकता है कि इससे आपकी रात की नींद प्रभावित हो जाए. ऐसे में आपको सिरदर्द की समस्या हो सकती है. कुछ लोगों में ओवरस्लीपिंग की वजह से माइग्रेन की परेशानी भी हो सकती है. इसलिए दिन में नैप लेने की आदत छोड़ दें. कोशिश करें की रात को 8 घंटे की नींद लें.

5. बना रहता है आलस
अगर आप 8 घंटे से ज्यादा सोते हैं तो यह शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक की प्रणाली को असंतुलित करता है, जिससे आलस बना रहना, सुस्ती, मूड खराब होना, सिरदर्द, पीठदर्द और हर वक्त थका-थका महसूस करना जैसे लक्षण होने लगते हैं. इसका सबसे बड़ा असर आपकी वर्क परफॉर्मेंस के खराब होने के रूप में नजर आता है, क्योंकि आप किसी भी चीज पर ठीक से फोकस नहीं कर पाते और आलस के चंगुल में फंस जाते हैं.

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डिस्क्लेमर: लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करते. इस जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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