Home Entertainment सिनेमा Madhubala sister Kaniz Balsara, Jagdish Mali, Raj Kiran, Achala Sachdeva, Bollywood stars who had troubled life | कोई भीख मांगते दिखा तो कोई पागलखाने में मिला, बुढ़ापे में ऐसी कटी इन बॉलीवुड सितारों की जिंदगी

Madhubala sister Kaniz Balsara, Jagdish Mali, Raj Kiran, Achala Sachdeva, Bollywood stars who had troubled life | कोई भीख मांगते दिखा तो कोई पागलखाने में मिला, बुढ़ापे में ऐसी कटी इन बॉलीवुड सितारों की जिंदगी

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Madhubala sister Kaniz Balsara, Jagdish Mali, Raj Kiran, Achala Sachdeva, Bollywood stars who had troubled life | कोई भीख मांगते दिखा तो कोई पागलखाने में मिला, बुढ़ापे में ऐसी कटी इन बॉलीवुड सितारों की जिंदगी

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2 घंटे पहले

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दिवंगत एक्ट्रेस मधुबाला की बहन कनीज बलसारा को उनकी बहू समीना ने अपने घर से निकाल दिया है। इतना ही नहीं, 96 साल की कनीज को उनकी बहू ने बिना पैसे के अकेले ऑकलैंड से मुंबई की फ्लाइट में बैठा दिया। इस बात की जानकारी कनीज की बेटी परवीज को भी नहीं दी गई। कनीज के इंडिया आने की जानकारी परवीज को एयरपोर्ट अथॉरिटी ने दी थी।

वैसे, कनीज से पहले भी बॉलीवुड के कई सेलेब्स को बुढ़ापे या मुसीबत के समय में परिवार के अकेले छोड़ने की खबरें सामने आ चुकी हैं। आइए नजर डालते हैं कुछ ऐसे ही सेलेब्स पर…

गीता कपूर

‘पाकीजा’ (1972) जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं एक्ट्रेस गीता कपूर का निधन 26 मई,2018 को हुआ था। गीता का अंतिम समय काफी कष्ट में बीता था और उनके अपने बच्चों ने उनकी सुध नहीं ली थी। गीता का कोरियोग्राफर बेटा उन्हें अस्पताल में छोड़कर भाग गया था। अशोक पंडित और दूसरे बॉलीवुड सेलेब्स गीता के इलाज का खर्च उठा रहे थे।

विमी

1967 में रिलीज हुई सुनील दत्त स्टारर ‘हमराज’ ने बॉलीवुड में एंट्री लेने वाली विमी को रातों-रात स्टार बना दिया। ‘हमराज’ के गाने जबर्दस्त हिट हुए। फिल्म की कामयाबी से विमी को करीब 10 फिल्मों में काम करने का मौका मिला। हालांकि, शराब की लत, बढ़ते कर्ज और खराब फैमिली लाइफ ने विमी का करियर बिगाड़ दिया। स्टार बनने के 10 साल बाद ही उनकी मौत हो गई। कहा जाता है कि उनकी लाश को एक चायवाले के ठेले पर रखकर श्मशान घाट ले जाया गया था। विमी की फैमिली उनके फिल्मों में करियर बनाने के खिलाफ थी इसलिए कोई उनके अंतिम संस्कार तक में नहीं पहुंचा था।

अचला सचदेव

फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ (1995) में सिमरन यानी काजोल की दादी के रोल में नजर आईं अचला सचदेव का जन्म 3 मई 1920 को पेशावर, पाकिस्तान में हुआ था। 30 अप्रैल 2012 को अकेलेपन से जूझते हुए पुणे के एक अस्पताल में उनका निधन हुआ। इस दौरान यूएस में रह रहे बेटे ज्योतिन ने भी उनकी कोई सुध नहीं ली।

2002 में अचला के पति क्लिफर्ड डगलस पीटर्स की डेथ हो गई। इसके बाद 12 साल तक वे पुणे में पूना क्लब के पास कोणार्क एस्टेट अपार्टमेंट के दो बेडरूम फ्लैट में अकेली ही रहती रहीं। इस दौरान सिर्फ रात में एक अटेंडेंट वहां रहकर उनकी देखभाल करता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अचला ने भी जिंदगी का अंतिम दौर बेहद तंगहाली में काटा था।

जगदीश माली

अंतरा माली के पिता और फेमस फोटोग्राफर जगदीश माली को मुंबई की सड़कों पर भीख मांगते देखा गया था। जगदीश को मिंक बरार नाम की मॉडल ने पहचाना, उन्हें खाना खिलाया और फिर सलमान खान की कार से उन्हें घर पहुंचाया गया। जगदीश मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं लग रहे थे और फटे-पुराने कपड़े पहने थे जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह कितनी बुरी जिंदगी बसर कर रहे थे। 13 मई 2013 को उनकी मौत हो गई थी।

राज किरण

‘अर्थ’ और ‘कर्ज’ जैसी फिल्मों में काम कर चुके एक्टर राज किरण सालों से लापता हैं। कभी खबरें आईं कि वे अमेरिका में कैब चलाते हैं तो कभी कहा गया कि उनकी मौत हो चुकी है। लेकिन कुछ साल पहले ऋषि कपूर को पता चला था कि वे यूएस के एक पागलखाने में हैं। वे वहां खुद ही इलाज करा रहे थे। 2011 में ऋषि यूएस गए थे। लौटने के बाद ऋषि ने बताया था कि उन्होंने राज किरण को खोज लिया है। वे पिछले काफी साल से अटलांटा के एक मेंटल हॉस्पिटल में इलाज करा रहे हैं। राज को मेंटल हॉस्पिटल में रखा गया है। राज अपने इलाज का खर्च खुद उठाते हैं। इसके लिए वे हॉस्पिटल में ही काम करते हैं।’ इसी दौरान एक रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया था कि मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती राज किरण का साथ उनकी फैमिली ने छोड़ दिया है। राज किरण अब कहां हैं, कोई नहीं जानता।

भारत भूषण

गुजरे जमाने के पॉपुलर एक्टर भारत भूषण की जिंदगी के आखिरी दिनों में उनकी हालत बेहद खराब हो गई थी। यहां तक कि 27 जनवरी, 1992 को बेहद तंगहाली में उनकी मौत हुई थी। भारत ने बड़े भाई कहने पर कई फिल्में प्रोड्यूस कीं। इनमें से दो फिल्में ‘बसंत बहार’ और ‘बरसात की रात’ सुपरहिट हुईं और भारत भूषण मालामाल हो गए। उनके पास काफी पैसा आ गया। इसके बाद भारत भूषण के भाई रमेश ने उन्हें और फिल्में बनाने के लिए उकसाया। भारत भूषण ने भाई की बात मान ऐसा ही किया। लेकिन अफसोस कि बाद में उन्होंने जितनी भी फिल्में बनाईं वो सब फ्लॉप होती गईं। ऐसे में भारत भूषण कर्ज में डूब गए और पाई-पाई को मोहताज हो गए। भारत भूषण ने जितना कमाया था वो सब गवां दिया। उनके बंगले बिक गए, कारें बिक गईं। भारत भूषण आखिरी दिनों में बहुत ज्यादा बीमार हो गए थे। लेकिन अफसोस कि न तो कोई इलाज करवाने वाला था और न ही कोई उनकी अर्थी उठाने वाला।

सतीश कौल

सतीश कौल हिन्दी और पंजाबी फिल्मों में जाना-पहचाना नाम हुआ करते थे। साल 1974 से 1998 तक सतीश कौल ने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया, लेकिन इन दिनों उनकी आर्थिक हालत भी काफी खस्ता थी। उनके पास इलाज कराने तक के पैसे नहीं थे। बता दें गिरने की वजह से सतीश कौल के कूल्हे की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया था। इस चोट से वह उभर नहीं पाए। सतीश कौल लंबे समय तक लुधियाना में रहे थे। वे साल 2011 में मुंबई छोड़कर पंजाब चले गए थे और उन्होंने वहां एक्टिंग स्कूल खोल लिया था। सतीश कौल की फिल्मों की बात करें तो उन्होंने कर्मा, राम लखन, प्यार तो होना ही था, आंटी नं। 1 जैसी फिल्मों में काम किया था। पिछले साल उनका निधन हो गया था। वह अकेले रहते थे। पत्नी कई साल पहले उन्हें तलाक देकर अमेरिका में शिफ्ट हो गई थी।

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