Home खाना Nainital : मशरूम उत्पादन में नंबर 1 पर नैनीताल, जानिए आप कैसे कर सकते हैं फायदे की खेती

Nainital : मशरूम उत्पादन में नंबर 1 पर नैनीताल, जानिए आप कैसे कर सकते हैं फायदे की खेती

0
Nainital : मशरूम उत्पादन में नंबर 1 पर नैनीताल, जानिए आप कैसे कर सकते हैं फायदे की खेती

रिपोर्ट – हिमांशु जोशी

नैनीताल. उत्तराखंड का नैनीताल ज़िला अब मशरूम उत्पादन की राजधानी भी बनता जा रहा है. कोरोना काल के बाद से कुमाऊं मंडल में 431 मीट्रिक टन उत्पादन की बढ़त के साथ ही ज़िले में मशरूम उत्पादन 4310 मीट्रिक टन तक पहुंच गया है. इन आंकड़ों की बदौलत ज़िला इस उत्पादन में नंबर वन हो गया है. चूंकि मशरूम कम जगह, कम समय और कम लागत में तैयार होने वाली फसल है इसलिए ग्रामीणों से लेकर शहरियों तक कई किसानों की पसंद बन रहा है. आलम यह है कि इसकी खेती के लिए बाकायदा ट्रेनिंग सेंटर भी खुला हुआ है.

पहाड़ में होने वाले मशरूम की सप्लाई दिल्ली, लखनऊ, गोरखपुर जैसे बड़े शहरों तक हो रही है. ज़िले के भीमताल ब्लॉक की बात करें तो यहां इस बार अब तक 2415 मीट्रिक टन मशरूम उत्पादन हुआ है. हालांकि साल 2020-21 में 1812 मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था, लेकिन कोरोना संबंधी पाबंदियां हटने के बाद से इसमें फिर उछाल आया. मशरूम की प्रजातियों में बटन, सफेद, दूधिया, ढींगरी, पुआल व अन्य शामिल हैं, लेकिन पर्वतीय इलाकों में बटन और ढींगरी का उत्पादन ज्यादा होता है.

क्या आप भी करना चाहते हैं मशरूम की खेती?

अगर आप भी मशरूम की खेती करना चाहते हैं लेकिन इसकी जानकारी नहीं है, तो ज्योलीकोट स्थित ट्रेनिंग सेंटर आपकी मदद कर सकता है. नैनीताल मुख्यालय से महज़ 16 किलोमीटर की दूरी पर मुख्य मशरूम विकास अधिकारी कार्यालय है, जहां आप मशरूम उत्पादन के बारे में विस्तार से जान सकते हैं. यहां मशरूम की मुफ्त ट्रेनिंग दी जाती है. सेंटर में मशरूम के लिए कम्पोस्ट तैयार की जाती है, जिसे पूरे कुमाऊं में 50 फीसदी कम दाम में किसानों को दिया जाता है.

nainital news, news 18 local, uk news, Uttrakhand mushroom, nainital mushroom, mushroom production training, uttarakhand news, नैनीताल, नैनीताल की खबरें, नैनीताल न्यूज, न्यूज 18 लोकल, उत्तराखंड न्यूज, मशरूम खेती, नैनीताल मशरूम, उत्तराखंड मशरूम, मशरूम के लिए ट्रेनिंग

लोकेशन के लिए गूगल मैप इमेज पर क्लिक करें.

अपर मशरुम विकास अधिकारी सरस्वती बृजवाल ने बताया मशरुम में कई औषधीय गुण होते हैं. यह स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी अच्छे हैं. इस सेंटर में मशरूम की तीन प्रजातियों ऑएस्टर, बटन और मिल्की मशरूम पर काम किया जाता है. हर प्रजाति के लिए थोड़ी अलग खाद बनाई जाती है. यहां 1993 से रखी हुई मशीनें मौजूद हैं, जो आज भी मशरूम के लिए खाद बनाने में मदद करती हैं. यहां किसानों को तीन दिन की ट्रेनिंग में इससे जुड़ी सारी जानकारी दी जाती है.

मशरुम ट्रेनिंग सेंटर का पता है: मुख्य मशरूम विकास अधिकारी, इंडो डच परियोजना, ज्योलीकोट, नैनीताल. ज्यादा जानकारी के लिए आप इस मोबाइल नंबर 94107 75566 पर कॉल कर सकते हैं.

Tags: Mushroom, Nainital news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here