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Parenting tips for raising strong and confident daughters in hindi pra

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Parenting tips for raising strong and confident daughters in hindi pra

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Parenting Tips For Raising Strong And Confident Daughters : बदलते जमाने के साथ कई सारी चीजें बदली हैं. इन कई बदलावों में अगर समाज में सबसे ज्‍यादा सकारात्‍मक बदलाव कुछ दिखता है तो वो है लड़कियों (Daughter) का खुद पर बढ़ता विश्‍वास और कंधे से कंधा मिलाकर हर तरह की जिम्‍मेदारियों को उठाने का उनका जज्‍बा. जी हां, इसकी कई बड़ी वजहें हो सकती हैं जिनमें से एक है उनकी बेहतरीन परवरिश. नए जमाने के पेरेंट्स (Parents) अपने बच्‍चों को बिना किसी भेदभाव के हर तरह का मौका दे रहे हैं और उनकी मजबूत पर्सनैलिटी को उभारने के लिए बचपन से ही कुछ अहम बातों को ध्‍यान में रखते हुए उन्‍हें कठिनाइयों से लड़ने और आगे बढ़ना सिखाते हैं. ऐसे में अगर आपकी भी बेटियां हैं और उनके भविष्‍य को लेकर आपको चिंता रहती है तो यहां दी जा रही 6 परवरिश के उपायों (Tips) को अपनाकर आप भी अपनी बेटियों का भविष्‍य निर्माण कर सकते हैं और उन्‍हें हर तरह से मजबूत और आत्‍मनिर्भर बना सकते हैं.

अपनी बेटियों को जरूर सिखाएं ये 6 बातें

1.सेल्‍फ केयर

यह देखा गया है कि घर की औरतें और लड़कियां खुद पर ध्यान ना देते हुए परिवार, बच्चे, पति, माता-पिता की ही परवाह करती रह जाती हैं. ऐसे में पेरेंट्स को अपनी बेटियों को यह बताना जरूरी है कि दूसरों का ख्याल तभी रखा जा सकता है जब वे खुद का ख्याल रखना सीखें. जब घर की बेटियां सेहतमंद और खुश रहेंगी तब ही वे दूसरों का ख्याल बेहतर तरीके से रख सकेंगी. ऐसे में सबसे पहले अपनी बेटियों को खुद का ख्‍याल रखना सिखाएं.

2.बनाएं आत्मनिर्भर

आमतौर पर लड़कियां शादी से पहले माता पिता और शादी के बाद पति पर निर्भर हो जाती हैं. जिस वजह से उन्‍हें कई बार स्वाभिमान के साथ जीने का अधिकार नहीं मिलता. ऐसे में आप अपनी बेटियों को पहले आत्मनिर्भर बनना सिखाएं. बेटियां जब अपने पैरों पर खड़ी होंगी तभी उनकी इज्जत लोग करेंगे और उनकी बातों को महत्‍व देंगे.

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3.सिखाएं खुद के लिए लड़ना

यह माता-पिता की जिम्‍मेदारी है कि वे अपनी बेटियों को खुद के साथ हो रहे अन्‍याय या किसी तरह की गलत हरकतों को बरदाश्‍त करने की बजाय उसके विरुद्ध आवाज उठाना सिखाएं. जब लड़कियां खुद के लिए आवाज उठाएंगी तभी दूसरे भी उनके हित में बोलेंगे और उनके साथ खड़े रहेंगे. ऐसे में बेटियों को मानसिक रूप से मजबूत बनाना और खुद के लिए लड़ना सिखाना माता-पिता की जिम्‍मेदारी है.

4.अपने फैसले लेना

हमारे समाज में आज भी कई ऐसे परिवार हैं जहां लड़कियों को खुद का निर्णय लेने की भी आजादी नहीं है. जिस वजह से वे बचपन से ही निर्णय लेना नहीं सीख पातीं और दूसरों पर निर्भर हो जाती हैं. ऐसा ना करें. अपनी बे‍टियों के बेहतर भविष्‍य के लिए जरूरी है कि उन्‍हें यंग एज से ही निर्णय लेने का मौका मिले. हां, आप उन्‍हें निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं लेकिन अपना निर्णय उन पर थोपे नहीं.

5.’ना’ बोलना सिखाएं

माता-पिता बचपन से ही बेटियों को सिखाएं की कैसी भी परिस्थिति आए यदि उस परिस्थिति में आपको लगता है कि आपके हां बोलने से आपका जीवन नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है तो ऐसे में ‘ना’ बोलना ही सही है. बेटियों को सिखाएं कि किसी भी दबाव में आकर कोई निर्णय लेना गलत है.

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6.प्‍यार और इज्‍जत देना सिखाएं

यह सीख के‍वल बेटियां ही नहीं, बेटों को भी सिखाना जरूरी है. जब आप किसी को प्‍यार और इज्‍जत देंगे तभी लोग आपकी इज्‍जत करेंगे. लेकिन कई बार यंग लड़के-लड़कियां कॉन्फिडेंस में आकर हार्श हो जाते हैं और लोगों के साथ बुरा बर्ताव करने लगते हैं. पेंरेंट्स अगर अपनी बेटियों को ये सारी सीख दें तो यकीन मानिएं, आपकी बेटियां भी भविष्‍य में आसमान की बुलंदियों को छूएंगी और आपको थैंक्‍स कहेंगी.

Tags: Lifestyle, Parenting tips

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