Home Technology News प्रौद्योगिकी Pragati OS Jio Phone | Reliance JioPhone Next 4G Pragati OS VS Android; Which Is The Best Operating System | जियोफोन नेक्स्ट को चलाने में प्रॉब्लम तो नहीं आएगी? जानिए इसके हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बारे में सब कुछ

Pragati OS Jio Phone | Reliance JioPhone Next 4G Pragati OS VS Android; Which Is The Best Operating System | जियोफोन नेक्स्ट को चलाने में प्रॉब्लम तो नहीं आएगी? जानिए इसके हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बारे में सब कुछ

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Pragati OS Jio Phone | Reliance JioPhone Next 4G Pragati OS VS Android; Which Is The Best Operating System | जियोफोन नेक्स्ट को चलाने में प्रॉब्लम तो नहीं आएगी? जानिए इसके हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बारे में सब कुछ

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नई दिल्ली2 मिनट पहले

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प्रगति, जियोफोन नेक्स्ट स्मार्टफोन में मिलने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) का यही नाम है। इस ओएस वाला ये दुनिया का पहला स्मार्टफोन भी है। इसे गूगल ने तैयार किया है। प्रगति एंड्रॉयड बेस्ड है। जिससे देखने में ये एकदम एंड्रॉयड ओएस के जैसा नजर आता है। इस स्मार्टफोन की खास बात ये भी है कि इसे भारत में ही तैयार किया जा रहा है। इसकी फोन कीमत 6499 रुपए तय की गई है।

आज हम जियोफोन नेक्स्ट के प्रगति ओएस और हार्डवेयर को लेकर बात करेंगे। आपको बताएंगे कि इसे प्रगति नाम क्यों दिया गया? एंड्रॉयड ओएस की तुलना में इसमें क्या नया है? कहीं दोनों में नाम का ही तो अंतर नहीं है। साथ ही, जियोफोन नेक्स्ट में का हार्डवेयर कहां तैयार किया जा रहा है।

जियो ने प्रगति ओएस का नाम क्यों दिया?
रिलायंस जियो ने AGM में जियोफोन नेक्स्ट का ऐलान किया था। कंपनी ने तब बताया था कि उसका लक्ष्य देश के उन यूजर्स को स्मार्टफोन पर शिफ्ट करना है जो 2G सर्विस से जुड़े हैं और फीचर फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। जब देश के सभी लोगों के पास स्मार्टफोन होगा तब देश में प्रगति आएगी। इसी सोच की वजह से उसने गूगल एंड्रॉयड बेस्ट प्रगति ओएस को डिजाइन कराया है।

प्रगति ओएस क्या है और ये एंड्रॉयड से कितना अलग है?
जब जियोफोन नेक्स्ट को ऑन करते हैं तब बूटिंग प्रोसेस के दौरान प्रगति नाम की झलक दिखाई देती है। हालांकि, जब फोन ऑन हो जाता है तब आपको किसी एंड्रॉयड ओएस के जैसी ही झलक दिखाई देती है। यानी इसकी सेटिंग, ऐप के लोगो, वर्किंग प्रोसेस सब कुछ किसी एंड्रॉयड ओएस जैसा ही है। अब सवाल उठता है तो इसमें अलग क्या है? तो इसका जवाब है कि इसे फोन के हार्डवेयर ध्यान रखकर डिजाइन किया गया है।

फोन के हार्डवेयर की बात करें तो इसमें क्वालकॉम स्नैपड्रैगन QM215 प्रोसेसर और 2GB रैम का कॉम्बिनेशन मिलेगा। यानी भारतीय बाजार में पहले से मौजूद लो-बजट स्मार्टफोन में इतनी रैम मिलती है। हालांकि, क्वालकॉम ने इस प्रोसेसर को खास जियोफोन नेक्स्ट के लिए डिजाइन किया है। यूजर को इस फोन पर इस लो-हार्डवेयर कॉन्फिग्रेशन के साथ बेहतर एक्सपीरियंस मिले इसी को ध्यान में रखकर प्रगति ओएस डिजाइन गिया गया है।

  • ये प्रोसेसर HD+ डिस्प्ले रिजोल्यूशन को सपोर्ट करता है
  • ये 13 मेगापिक्सल कैमरा और फुल HD रिकॉर्डिंग को सपोर्ट करता है
  • इसमें क्वालकॉम क्विक चार्ज 1.0 टेक्नोलॉजी मिलती है
  • सिक्योरिटी के लिए इसमें क्वालकॉम हेक्सागॉन DSP दिया है
  • वाईफाई, हॉटस्पॉट, ब्लूटूथ, NFC, डुअल बैंड VoLTE कनेक्टिविटी मिलती है

1. प्रगति ओएस में सिस्टम और सिक्योरिटी सेटिंग

इस ओएस में आपको दूसरे एंड्रॉयड ओएस की तरह सिस्टम सेटिंग मिलेगी। जिसमें लेंग्वेज, डेट एंड टाइम, बैकअप, रिसेट ऑप्शन, मल्टीपल यूजर जैसे ऑप्शन मिलेंगे। नीचे की तरफ जियोफोन नेक्स्ट ओएस का जिक्र अलग से मिलेगा। जहां ये भी पता चलता है कि ये एंड्रॉयड 11 बेस्ड है। सिक्योरिटी के अंदर भी गूगल प्रोटेक्ट, फाइंड माय फोन, स्क्रीन लॉक जैसे ऑप्शन मिलते हैं। वहीं, अबाउट फोन में फोन के नाम की डिटेल के साथ डुअल सिम की लीगन इन्फॉर्मेशन दी है।

2. नेटवर्क, हॉटस्पॉट और सिम कार्ड सेटिंग

जियो के इस स्मार्टफोन में आपको वाईफाई, हॉटस्पॉट, मोबाइल नेटवर्क जैसी डिटेल दी है। हॉटस्पॉट में आपको एंड्रॉयड 11 की तरह ब्लूटूथ टीथरिंग का ऑप्शन मिल जाता है। वहीं, यूजर किसी भी सिम कार्ड को ऑन-ऑफ भी कर सकता है। हालांकि, इस फोन में डाटा सिर्फ जियो की सिम से ही चलेगा। दूसरी कंपनी के सिम से सिर्फ कॉलिंग और मैसेजिंग कर पाएंगे।

3. ऐप्स का बंच और साउंड सेटिंग

प्रगति ओएस में बहुत सारे प्री-इन्स्टॉल ऐप्स मिलते हैं। इसमें गूगल और जियो के कई ऐप्स का बंच दिया है। इसमें कुछ लोगो के डिजाइन बदले हुए नजर आते हैं। इसमें गूगल फोटोज की जगह आपको गैलरी का ऐप मिलता है। वहीं, जियो ऐप्स के अंदर आपको जियोमार्ट, जियोसावन, जियोसिनेमा, जियोमीट जैसे ऐप्स मिल जाते हैं। साउंड की सेटिंग लगभग एंड्रॉयड 11 के जैसी है। यानी इसमें आप वॉल्यूम रॉकर को एक बार दबाकर साउंड से जुड़ी चार सेटिंग को ऑपरेट कर सकते हैं।

4. नोटिफिकेशन, सर्च और स्टोरेज मैनेजमेंट

नोटिफिकेशन एकदम उसी तरह मिलेगा जैसा एंड्रॉयड 11 में मिलता है। यानी स्क्रीन को ऊपर से नीचे की तरफ स्क्रॉल करके इन्हें देख पाएंगे। जब ऐप्स मेनू को ओपन करते हैं तब सर्चिंग ऑप्शन मिलता है। ऐप्स के इंटरफेस में ज्यादातर गूगल और जियो के ऐप्स ही नजर आते हैं। हालांकि, प्ले स्टोर से ऐप्स डाउनलोड कर पाएंगे। स्टोरेज को मैनेजमेंट करने के लिए गूगल फाइल्स मिलेगा।

5. ट्रांसलेट, लिसनिंग और स्क्रीनशॉट्स फीचर

जब भी हम किसी ऐप को ओपन करते हैं तब उसके नीचे की तरफ ट्रांसलेट, लिसनिंग और स्क्रीनशॉट्स का फीचर मिलता है। किसी स्क्रीनशॉट को एडिट करने के लिए कई सारे फिल्टर्स और क्रॉप का ऑप्शन भी मिलता है। वहीं, रिसेट ऑप्शन से वाई-फाई, मोबाइल, ब्लूटूथ को रिसेट कर सकते हैं। यहां से किसी ऐप को भी रिसेट किया जा सकता है। साथ ही, फोन को फैक्ट्री रिसेट भी किया जा सकता है।

अब बात करते हैं फोन के प्रोडक्शन की
कंपनी ने ये साफ किया है कि जियोफोन नेक्स्ट मेड इन इंडिया, मेड फॉर इंडिया और मेड बाइ इंडियंस है। इसका प्रोडक्शन नियोलिंक फैसिलिटी द्वारा तिरुपति (आंध्र प्रदेश) और श्रीपेरुमबुदुर (तमिलनाडु) में किया जा रहा है। फोन में इस्तेमाल होने वाला सभी हार्डवेयर भारत में ही तैयार किया जा रहा है। इसमें हार्डवेयर का ज्यादातर पार्ट क्वालकॉम द्वारा तैयार किया गया है। हालांकि, डिस्प्ले और कैमरा बनाने वाली कंपनी के नाम का कंपनी ने अभी कोई खुलासा नहीं किया है।

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