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World Suicide Prevention Day 2022: सुसाइड का विचार आने पर इन तरीकों से लक्षण पहचान बचा सकते हैं किसी की जान

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World Suicide Prevention Day 2022: सुसाइड का विचार आने पर इन तरीकों से लक्षण पहचान बचा सकते हैं किसी की जान

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हाइलाइट्स

लक्षणों पर गौर करके आप सुसाइड का विचार करने वाले को पहचान सकते हैं.
किसी के मन से सुसाइड का विचार दूर करने के लिए कॉउंसलिंग करवा सकते हैं.

World Suicide Prevention Day 2022: देश-विदेश में सुसाइड रेट काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. खासकर कोरोना काल के बाद सुसाइड रेट में खासी बढोत्तरी दर्ज की गई है. ऐसे में सुसाइड के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 10 सितम्बर को वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे (world suicide prevention day) मनाया जाता है. सुसाइड के आंकड़ों की बात करें तो newindianexpress में दी गयी जानकारी के अनुसार नेश्नल क्राईम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक 2021 में भारत में सुसाइड के कुल 1,65,033 मामले दर्ज किए गए हैं. हालांकि 2019 में ये आंकड़ा 1,39,123 था. जाहिर है सुसाइड के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं. ऐसे में psychalive के अनुसार कुछ तरीकों की मदद से आप सुसाइड रेट को कम करने में अहम योगदान दे सकते हैं. तो आइए जानते हैं सुसाइड को रोकने के कुछ स्टेप्स के बारे में.

लोगों से खुलकर करें बात

कई बार मानसिक बीमारी के शिकार लोग सुसाइड का ख्याल मन में आने के बावजूद इसे दूसरों से शेयर करने में हिचकिचाते हैं. इसलिए सुसाइड के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सबसे पहले इस टॉपिक पर खुलकर बात करने की आवश्यकता होती है. ऐसे में सुसाइड के लक्षण और रोकथाम के विषय में लोगों को जागरूक करके आप कई लोगों की जान बचा सकते हैं.

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सुसाइड के लक्षण पहचानें

तेजी से बढ़ते सुसाइड रेट के कई कारण हो सकते हैं. बिजी शेड्यूल और मॉर्डन लाइफस्टाइल में एंग्जाइटी, डिप्रेशन, अचानक मूड चेंज होना, परिवार और दोस्तों से दूर रहना, नींदू पूरी न होना, उम्मीद का अभाव, खुद को दूसरों से कम आंकना और अपनी क्षमताओं पर शक करने के अलावा ड्रिंक और ड्रग्स का सेवन भी सुसाइड से जुड़े विचारों को जन्म देने का काम करते हैं.

सुसाइडल माइंडसेट का पता लगाएं

सुसाइड के लक्षणों पर गौर करके आप सुसाइड का विचार करने वाले व्यक्तियों का आसानी से पता लगा सकते हैं. ऐसे में अगर आपको किसी के मन में सुसाइड का विचार आने का संदेह है, तो सबसे पहले उस व्यक्ति से बात-चीत करें. ऐसे में उनकी हर छोटी-बड़ी बात को गौर से सुने और उन्हें फुल अटेंशन देने की कोशिश करें. वहीं आपका शक यकीन में बदलने के बाद आप उनसे खुलकर बात करके सुसाइड का विचार आने की असली वजह का पता लगा सकते हैं.

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सुसाइड के विचारों का इलाज करें

किसी के मन से सुसाइड का विचार दूर करने के लिए आप कुछ चीजों की मदद ले सकते हैं. मसलन नेशनल सुसाइड प्रिवेंशन लाइफलाइन नम्बर 1-800-273 पर कॉल करके आप उस व्यक्ति की कॉउंसलिंग करवा सकते हैं. इसके अलावा 741741 पर “GO” लिखकर भेजने से भी आपको सहायता मिल जाएगी. वहीं लोगों का सुसाइड माइंडसेट बदलने के लिए आप सुसाइड क्राइसेस सपोर्ट, वर्चुअल होप बॉक्स और माई 3 सेफ्टी ऐप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

सुसाइड रोकने की ट्रेनिंग लें

सुसाइड रोकने के लिए आप कई इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग भी ले सकते हैं. बता दें कि मेंटल हेल्थ से जुड़ी कुछ ट्रेनिंग लेकर आप न सिर्फ लोगों की बेहतर काउंसलिंग कर सकते हैं बल्कि सुसाइड के ख्याल को भी लोगों के जहन से निकाल सकते हैं. वहीं सुसाइड की रोकथाम के लिए आप कुछ सेमिनार और वेबिनार अटेंड करके भी कई लोगों की जान बचा सकते हैं.

Tags: Health, Lifestyle, World Suicide Prevention day

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